LYRICS SHIV CHALISA SECRETS

lyrics shiv chalisa Secrets

lyrics shiv chalisa Secrets

Blog Article

किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥

चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा।।

कार्तिक श्याम और गणराऊ । या छवि को कहि जात न काऊ ॥

योगी यति मुनि ध्यान लगावैं। शारद नारद शीश नवावैं॥

एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥

नासै रोग हरे सब पीरा। जपत निरन्तर हनुमत बीरा।।

त्रिपुरासुरेण सह युद्धं प्रारब्धम् ।

Whosoever features incense, prasad and performs arti to Lord Shiva, with like and devotion, enjoys content happiness and spiritual bliss During this globe and hereafter ascends into the abode of Lord Shiva. The poet prays that Lord Shiva eliminates the suffering of all and grants them eternal bliss.

शिव check here चालीसा - जय गिरिजा पति दीन दयाला । सदा करत सन्तन प्रतिपाला.

. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं

आज के युग में शिव चालीसा पाठ व्यक्ति के जीवन के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। शिव चालीसा लिरिक्स की सरल भाषा के मध्यम भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न किया जा सकता है।

राम दूत अतुलित बल धामा। अंजनि-पुत्र पवनसुत नामा।।

अर्थ- हे स्वामी, इस विनाशकारी स्थिति से मुझे उभार लो यही उचित अवसर। अर्थात जब मैं इस समय आपकी शरण में हूं, मुझे अपनी भक्ति में लीन कर मुझे मोहमाया से मुक्ति दिलाओ, सांसारिक कष्टों से उभारों। अपने त्रिशुल से इन तमाम दुष्टों का नाश कर दो। हे भोलेनाथ, आकर मुझे इन कष्टों से मुक्ति दिलाओ।

दानिन महं तुम सम कोउ नाहीं। सेवक स्तुति करत सदाहीं॥

Report this page